कांवड़ यात्रा 2025: समुद्र मंथन से शुरुआत, पहले कैसी होती थी कांवड़ और नियम?

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कांवड़ यात्रा आस्था, परंपरा और तपस्या का अद्भुत संगम है. समुद्र मंथन से जन्मी यह परंपरा आज भी उतनी ही जीवंत और प्रभावशाली है. यह केवल एक धार्मिक रस्म नहीं बल्कि समर्पण, सेवा और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है. सावन के महीने में शिवभक्तों की यह यात्रा उन्हें आत्मिक संतोष देती है और समाज को एकजुटता व सेवा की भावना सिखाती है.

dainiksamachaar80@gmail.com


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